गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान अगर ईमानदारी से आतंकवाद को मिटाना चाहता है तो भारत उसके साथ वार्ता के लिए तैयार है। लेकिन पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि कराची में चीनी दूतावास पर हमला करने वाले आतंकियों को भी पाकिस्तान ने अपनी ही जमीन पर तैयार किया है। वहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इस हमले की निंदा कर रहे हैं। ऐसे में जब तक पाकिस्तान का नेतृत्व ईमानदार नहीं होगा तब तक आतंकियों का सफाया नहीं किया जा सकता। (45).jpg)
गृहमंत्री बुधवार को हिमाचल के मंडी जिला के पड्डल मैदान में लोकसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर पन्ना प्रमुख सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत सुरक्षित है। नक्सलवाद 90 जिलों से सिमटकर नौ जिलों तक सीमित रह गया है। तीन से पांच सालों में नक्सलियों का पूरी तरह सफाया हो जाएगा। आतंकवाद से सख्ती से निपटा जा रहा है। भारतीय सेना ने पिछले तीन दिन में 18 से 19 आतंकियों को मार गिराया है। बुधवार को सेना ने लश्कर के कमांडर को मार गिराने में सफलता हासिल की है।
उन्होंने पाकिस्तान को चेताया कि बार्डर पर नापाक हरकतें बर्दाश्त नहीं होंगी। भारतीय सेना सफेद झंडा नहीं दिखाएगी। अगर पाक एक गोली चलाता है तो भारतीय सेना की तरफ से चलने वाली गोलियों की गिनती नहीं होगी। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 55 साल देश में राज करके कांग्रेस ने राजनीति और राजनेताओं के प्रति विश्वास का संकट पैदा कर दिया है। जिसे सिर्फ भाजपा ही मिटा सकती है। इस दौरान उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान पन्ना प्रमुखों और कार्यकर्ताओं को विनम्रता, विश्वसनीयता और ईमानदारी से काम करने का मंत्र दिया। चुनावी शंखनाद करते हुए उन्होंने सांसद रामस्वरूप को प्रदेश में भाजपा का पहला प्रत्याशी घोषित करते हुए वोटों की अपील की। पन्ना प्रमुख जैसे बड़े सम्मेलन में राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की गैर मौजूदगी कई सवाल पैदा कर रही है। सुखराम अपने पोते आश्रय के लिए मंडी संसदीय सीट की वकालत कर रहे थे। इतने बड़े सम्मेलन में उनकी गैरमौजूदगी ने उनकी नाराजगी को जाहिर कर दिया। ऐसे में सीएम के गृह क्षेत्र की मंडी संसदीय सीट पर विजय पताका फहराना किसी चुनौती से कम नहीं होगी। सीएम की प्रतिष्ठा भी मंडी सीट से दांव पर रहेगी।
ऐतिहासिक पड्डल मैदान में पन्ना प्रमुखों के सम्मेलन में लोकसभा चुनावों का शंखनाद करने के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह हिमाचल में भाजपा का पहला प्रत्याशी भी घोषित कर गए। हजारों पन्ना प्रमुखों को संबोधित करते हुए उन्होंने सांसद रामस्वरूप शर्मा की तारीफ की और उन्हें फिर से जिताने का आह्वान किया। कहा कि देश और प्रदेश में पन्ना प्रमुखों के कंधों पर जीत की जिम्मेदारी होगी।
उन्होंने कहा कि पन्ना प्रमुख खुद को महज तीस वोटरों को नियंत्रित करने वाला छोटा कार्यकर्ता न समझें। इन्हीं पन्ना प्रमुखों में भविष्य के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री छिपे हैं। उन्होंने विपक्षी दल पर जाति और धर्म के नाम पर लोगों को बांटने का आरोप लगाया। कहा कि कांग्रेस नेताओं की कथनी और करनी में भारी अंतर रहा है।55 सालों के कार्यकाल में कांग्रेस नेताओं ने जनता से किए वायदों को आंशिक रूप से भी पूरा किया होता तो राजनीति और राजनेताओं पर विश्वास का संकट पैदा न होता। 1969 ने पीएम स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया। इसका जनता को फायदा नहीं मिला। मोदी सरकार ने बैंकिंग की सुविधा हर नागरिक तक पहुंचने में सफलता हासिल की है।सम्मेलन में राजनाथ सिंह ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि राजनीति जब राम के हाथों में जाती है तो भक्ति बन जाती है। जब कृष्ण के हाथों में जाती है तो युक्ति बन जाती गई। जब महात्मा गांधी और सुभाष चंद बोस के हाथों में जाती है तो शक्ति बन जाती है। जब भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद जैसे हाथों में जाती है तो मुक्ति बन जाती गई। जब कांग्रेस जैसे नेताओं के हाथ में जाती है तो संपत्ति बन जाती है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि भाजपा गठबंधन और बहुमत दोनों तरह की सरकार चलाने में सक्षम है। इतिहास इसका गवाह है। अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री बने तो उन्हें 24 दलों का समर्थन मिला। गठबंधन की सरकार उन्होंने अपने कौशल से चलाने में कामयाबी हासिल की।
फिर कहा जाने लगा कि भाजपा कभी स्पष्ट बहुमत हासिल नहीं करेगी। ऐसे में 2014 के चुनावों में भाजपा ने यह कार्य भी कर दिखाया। स्पष्ट बहुमत के साथ पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मजबूत सरकार बनाकर भारत विकास की ओर अग्रसर है। अर्थव्यवस्था के मामले में पूरे देश में भारत नौवें से छठे स्थान तक पहुंचा है। जल्द टॉप थ्री तक पहुंचेगा।पड्डल मैदान में गृहमंत्री ने पन्ना प्रमुखों को विनम्रता, विश्वस्नीयता, अनुशासन और ईमानदारी से काम करने का गुरुमंत्र दिया। उन्होंने कहा कि अनुशासन कार्यकर्ताओं की पहली पहचान है। कार्यकर्ताओं को अपने व्यवहार में विश्वसनीयता लाकर लोगों का दिल जीतना चाहिए। वोटरों से लंबे चौड़े वायदे करने से अच्छा है कि उन्हीं कार्यों का उल्लेख किया जाए, जो हो सकते हैं।
देश को स्वावलंबी, स्वाभिमानी विश्वगुरु बनाने में अनुशासित कार्यकर्ता ही अहम भूमिका निभा सकता है। उन्होंने मंच से पन्ना प्रमुखों की तारीफ करते हुए कहा कि दो घंटे से सभी पन्ना प्रमुख शालीनता से अपनी सीटों पर बैठे हैं। कोई भी उठकर बाहर नहीं गया। ऐसा अनुशासन भाजपा कार्यकर्ताओं में ही देखने को मिलता है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी में पन्ना प्रमुखों का अहम रोल है। गर्व है कि भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी उभरकर सामने आई है। इसका श्रेय भी कार्यकर्ताओं को जाता है। भाजपा पार्टी के कार्यकर्ता भिन्न हैं। हमें अच्छे इंसान के रूप में व्यवहार करना है।
हर बड़े परिवर्तन में मंडी अहम- राजनाथ सिंह ने कहा कि हिमाचल में जब भी बड़ा परिवर्तन हुआ, तब मंडी ने अहम भूमिका निभाई है। 2014 के चुनावों में चार की चार सीटों को जिताने का श्रेय भी मंडी के कार्यकर्ताओं को जाता है।
2017 के विधानसभा चुनावों में भी मंडी में बड़ा फेरबदल हुआ और कांग्रेस का सफाया हुआ। इसके चलते प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी। इस बार भी मंडी से यही उम्मीद है। प्रदेश का पहले पन्ना प्रमुख सम्मेलन यहीं हुआ है और इस बार भी जीत का आधार मंडी ही बनेगा। |